पंजाब के फूस मंडी, भागू और गुलाबगढ़ गांवों में बरसों से कभी दिवाली की रौनक नहीं दिखी और न कभी यह पर्व सेलीब्रेट किया गया।
बठिंडा के तीनों गांव फूस मंडी, भागू और गुलाबगढ़ के बाजार में भी इस दिन दिवाली की रौनक देखने को नहीं मिलती।
पंजाब के ये तीनों गांव सेना की छावनी और गोला-बारूद डिपो के नजदीक होने के कारण यहां दिवाली पर कोई शोर शराबा पटाखे फोड़ने पर रोक है।
पंजाब के इन तीनों गांव में किसी को भी पटाखे और आतिशबाजी या तेज रोशनी करने पर पाबंदी है। पराली जलाने पर भी रोक है।
गांव में यदि किसी घर में दिवाली पर आतिशबाजी या पटाखे फोड़ने की खबर मिलती है तो उसके खिलाफ सेना की ओर से सख्त कार्रवाई की जाती है।
गांव के कई लोग तो दिवाली मनाने के लिए अपने रिश्तेदारों यहां फिर दूसरे शहर या मंदिर में चले जाते हैं।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि 50 सालों से दिवाली की रौनक नहीं दिखाई दी।