दीनबंधु चौधरी उस शख्स का नाम है, जिन्होंने 1992 में हुए अजमेर बलात्कार मामले की कहानी को कवर किया था।
अजमेर के स्थानीय अखबार नवज्योति के एडिटर रह चुके दीनबंधु चौधरी ने ही सबसे पहले अजमेर सेक्स स्कैंडल 1992 के घिनौने सच से पर्दा उठाया था।
1992 के अजमेर सीरियल गैंग रेप और ब्लैकमेलिंग केस राजस्थान के अजमेर शहर में हुआ था।
अजमेर सेक्स स्कैंडल में सैकड़ों कॉलेज और स्कूली छात्रा कांड के शिकार हुए थे।
अजमेर सेक्स स्कैंडल की खबर तब सुर्खियों में आई जब स्थानीय अखबार नवज्योति ने कुछ न्यूड फोटो पब्लिश करने और लोकल गिरोहों द्वारा स्कूली छात्रों को ब्लैकमेल करने की खबर दी।
रिपोर्ट के मुताबिक अजमेर सेक्स स्कैंडल केस 1992 में कई सालों तक पीड़ितों को एक फार्म हाउस या बंगले में ले जाया जाता था, जहां एक या कई पुरुषों द्वारा उनका यौन उत्पीड़न किया जाता था।
जमेर सेक्स स्कैंडल केस 1992 में लड़कियों की न्यूड फोटो लोकल स्टूडियो भरोसा कलर लैब में डेवलप की जाती थीं। पुलिस ने इस कांड की जांच शुरू की।
अजमेर सेक्स स्कैंडल के मुख्य आरोपी फारूक चिश्ती थे। उन्होंने इसकी शुरुआत सोफिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल की एक लड़की से की।
दीनबंधु चौधरी ने कहा था अजमेर सेक्स स्कैंडल 1992 की जानकारी कानून प्रवर्तन अधिकारियों पहले से थी। लेकिन इसके तार खादिम परिवार से जुड़े हुए थे।