Rajasthan

ये बेटी जब हुनर दिखाती है तो थम जाती हैं सांसे, मिल रहा अर्जुन अवार्ड

Image credits: social media

घुड़सवारी में गोल्ड मेडल

बीते दिनों हुए एशियाई गेम्स में घुड़सवारी में गोल्ड मेडल हासिल करने वाली टीम की सदस्य राजस्थान की दिव्यकृति सिंह को अर्जुन अवार्ड देने की घोषणा की गई है।

Image credits: social media

यह अवार्ड लेने वाली दिव्यकृति देश की एकमात्र महिला

यह घोषणा भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय ने की है। जल्द ही इस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। यह अवार्ड लेने वाली दिव्यकृति पूरे देश की एकमात्र महिला है।

Image credits: social media

सफलता का श्रेय अपने घोड़े और कोच को

अपनी इस सफलता पर सिंह ने कहा है कि यह उनके लिए एक बेहद सुखद अनुभव है। वह अपना पूरा श्रेय अपने घोड़े और कोच को देते हैं।

Image credits: social media

जर्मनी में तीन साल तक की है प्रेक्टिस

पिछले 3 साल से दिव्यकृति जर्मनी में हेगन के हॉफ कैसलमेन ड्रेसाज यार्ड में प्रेक्टिस करने में लगी हुई है। यह मुकाम हासिल करने के लिए दिव्यकृति को बहुत मेहनत करनी पड़ी है।

Image credits: social media

5 साल की उम्र से कर रहीं घुड़सवारी

दिव्यकृति पूरा परिवार ही पोलो गेम का शौकीन है। उसने 5 साल की उम्र में ही घुड़सवारी शुरू कर दी थी। जयपुर के द पैलेस स्कूल और अजमेर में रहते हुए मेयो कॉलेज में रहकर अभ्यास किया।

Image credits: social media

भारत ने 41 साल बाद दिया यह मेडल

यह राजस्थान के डीडवाना इलाके के एक छोटे से गांव पीह की रहने वाली है। जिनकी बदौलत भारत ने 41 साल बाद अच्छा सवारी में गोल्ड मेडल जीता था।

Image credits: social media

ओलंपिक में गोल्ड मेडल लेना है सपना

विदेश में रहकर ट्रेनिंग कर रही दिव्यकृति के पास जयपुर में खुद का 80 घोड़े का एक अस्तबल और ग्राउंड है। उसका सपना है कि यह ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन करें।

Image credits: social media