भारत समेत दुनिया भर में कल 16 जून को पिता के सम्मान में फादर्स डे मनाया जाएगा। लेकिन इसी बीच राजस्थान से एक ऐसी दर्दनाक खबर आई है, जो आपको रूला देगी।
उत्तर प्रदेश के रहने वाले 55 साल के उमेश चंद्र कुशवाहा अपने आपको एक अभागा पिता कहकर रोए जा रहे हैं। क्योंकि फादर्स डे से पहले उनके जवान बेटे-दामाद और 5 साल की नवासी की मौत हो गई।
उमेश चंद्र कुशवाहा की बेटी रिंकी अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। जब उन्होंने बेटे-दामाद और नवासी की चिता को अपने हाथों से आग दी तो यह दृश्य हर किसी को रूला गया।
बता दें कि दो दिन पहले यूपी के हाथरस का यह परिवार खाटू श्याम जी के दर्शन कर लौट रहा था। लेकिन जयपुर के पास ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी, जिसमें तीन सदस्यों की मौत हो गई।
उमेश चंद्र कुशवाहा अभी जयपुर में अपनी बेटी का इलाज करा रहे थे। जिसके सिर में खून के थक्के जमे गैं और हाथ-पैर की हड्डियां टूट चुकी है, वह कभी पैदल चल भी सकेगी।
जब परिवार ने उमेश चंद्र को काफी समझाया, तब कहीं जाकर वह बेटे, दामाद और पांच साल की बच्ची का शव लेकर यूपी लौट गए। फिर उनका अंतिम संस्कार किया।