जब भी बात गणगौर के त्यौहार की आती है तो राजस्थान का नाम कोई नहीं भूल सकता। यहां की राजधानी जयपुर की गणगौर सवारी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
गणगौर सवारी को देखने के लिए विदेशों से भी सैलानी आते हैं। हजारों की संख्या में इसमें जयपुर के लोग भी शामिल होते हैं। इस दौरान राजस्थानी संस्कृति की अनूठी झलक की देखने को मिलती है।
जानकार बताते हैं कि राजस्थान में गणगौर की सवारी ज्यादातर जगह आज भी राजपरिवारों के द्वारा निकाली जाती है। जिसे देखकर हर कोई अचंभित हो जाता है।
जयपुर में आमेर रियासत काल के पहले से ही गणगौर का पर्व मनाया जाता है। यहां गणगौर माता की सवारी ईसर के साथ नहीं अकेले ही निकलती हैं।
बताया जाता है कि ईसर किशनगढ़ रियासत में चले गए थे। उसके बाद से यहां गणगौर माता की सवारी अकेले ही निकल जाती है।
सवारी से पहले राज परिवार जयपुर की ही जनाना ध्योडी में गणगौर माता की पूजा करता है। वहीं गणगौर सवारी पर भीड़ को देखते हुए गणगौर उत्सव में सुरक्षा जाब्ता भी तैनात रहता है।