मंगलवार से राजस्थान में निर्वाचन विभाग की होम वोटिंग शुरू हो चुकी है। प्रदेश में करीब 64 हजार ऐसे वोटर हैं जो होम वोटिंग करेंगे।
निर्वाचन विभाग की तरफ से इस बार पहली बार राजस्थान में 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की सुविधा शुरू की गई है। जो 19 नवंबर तक जारी रहेगी
राजस्थान की बात की जाए तो बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या के 10% से भी कम लोगों ने इस सुविधा को चुना है।
दिव्यांग लोगों को भी निर्वाचन विभाग की टीम घऱ बैठे वोटिंग करने की सुविधा दे रही है।
होम वोटिंग में बैलट पेपर के जरिए मतदान कराया जा रहा है। बैलट पेपर को बॉक्स में डलवाए जा रहा हैं। इसके बाद आम मतदान वाले दिन वोटिंग के बाद इसकी भी गणना होगी।
एक पोलिंग टीम में कुल पांच सदस्य हैं। यह वोटिंग सुबह 9 से 5 बजे तक जारी रहेगी। 19 नवंबर तक ये पूरी प्रक्रिया चलेगी।
19 नवंबर के बाद भी मतदाता बाकी रह जाते हैं तो 20 या 21 नवंबर को टीम दोबारा जाएगी और फिर भी मतदाता नहीं मिलता तो उसके मत को निरस्त मान लिया जाएगा।