देश में विधानसभा चुनाव 2023 की आचार संहिता लागू होने के बाद से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और उनके समर्थक भाजपा के हाईकमान से सबसे ज्यादा नाराज हैं।
नरपत सिंह राजवी और राजपाल सिंह जैसे कद्दावर नेताओं को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया बल्कि उनकी जगह दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को मौका दिया है।
भाजपा की पहली लिस्ट में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का नाम अभी तक नहीं आया है और न ही उस सीट पर अभी तक भाजपा ने कोई प्रत्याशी उतारा है।
वसुंधरा राजे गुट के समर्थक सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं।इसमें वसुंधरा को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाने की मांग की जा रही है।
सोशल मीडिया पर अपलोड पोस्ट में लिखा है ‘वसुंधरा को फिर मिले बल, राजस्थान की समस्याओं का फिर होगा हल’। एक पोस्ट ये भी है कि राजस्थान में वसुंधरा नहीं, वसुंधरा में राजस्थान बसता है।
अंदरखेमे की बात ये है कि भाजपा के पुराने और वरिष्ठ नेता आज भी यही चाहते हैं कि वसुंधरा राजे को सीएम फेस बनाया जाए।