राजस्थान का कोटा शहर ऐसा स्थान है। जहां आपको सड़क पर भी मगरमच्छ नजर आ सकते हैं। क्योंकि चंबल क्षेत्र में सबसे अधिक मगरमच्छ हैं।
मगरमच्छों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस कारण वे पानी से निकलकर आबादी क्षेत्र में पहुंच जाते हैं। ऐसे में चंबल के नजदीक क्षेत्रों में लोगों की रात दहशत में गुजरती है।
कोटा में चंबल और चंद्रसेल नदी के नजदीक शहरी इलाका है। इन्हीं में मगरमच्छों की तादाद सबसे ज्यादा है। इस कारण ये मगरमच्छ सड़क पर भी आ जाते हैं।
पिछले 9 साल में वन विभाग द्वारा 313 मगरमच्छ को सड़क और बस्ती क्षेत्र से रेस्क्यू करके वापस पानी में छोड़ा गया।
मगरमच्छ तब सड़क पर या बस्ती में घुसते हैं जब पानी का बहाव तेज होता है। तब वे किनारे पर आते हैं। लहरें अधिक चलने पर वे बाहर निकल आते हैं।
चंबल क्षेत्र में मगरमच्छ का आतंक होने के कारण लोग शाम होते ही घरों में कैद हो जाते हैं। वे देर रात सोच समझकर ही दरवाजा खोलते हैं।