मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में मराठा आरक्षण बिल पास हो गया। लेकिन मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल इस तरह से बिल पास होने पर खुश नहीं हैं।
मनोज जरांगे ने कहा-एकनाथ शिंदे सरकार हमें मूर्ख नहीं समझे, बिल को जिस तरह से पास किया गया है। उसमें मराठाओं की मांग को पूरा नहीं किया गया है।
मनोज जरांगे ने कहा- आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत के ऊपर हो जाएगी तो सुप्रीम कोर्ट इसको रद्द कर देगा। हमें ऐसा आरक्षण चाहिए जो ओबीसी कोटे से हो और 50 प्रतिशत के नीचे रहे।
जरांगे ने कहा-अगर सरकार ने हमे ओबीसी कोटे से आरक्षण नहीं दिया तो हमारा आंदोलन और तेज होगा। इस तरीके से तो सरकार ने हमें मूर्ख बना दिया है।
मनोज जरांगे ने आगे कहा-विधानमंडल के विशेष सत्र में हमारी मांगों पर विचार हो रहा है या नहीं। कुछ नहीं जानते...लेकिन अब हम देखेंगे।
मराठा समुदाय के लोगों को सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 10 फीसदी का आरक्षण मिलेगा। राज्य में मराठाओं को 52% आरक्षण पहले से है। अब 10% बढ़ने से यह 62% हो गया।