भरतपुर के संभागीय आयुक्त के सांवरमल वर्मा रिटायरमेंट आदेश पर उन्हीं के बेटे और वर्तमान में राजस्थान सरकार के जॉइंट सेक्रेटरी कनिष्क कटारिया का सिग्नेचर करना चर्चा का विषय बना है।
राजस्थान के जॉइंट सेक्रेटरी कनिष्क कटारिया ने UPSC 2019 में 1st रैंक हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया।
राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी में इस तरह का यह शायद कोई पहला मामला था कि किसी बेटे ने अपने ही पिता के रिटायरमेंट आदेश पर साइन किए हो।
कनिष्क वर्तमान में राजस्थान सरकार के चुनिंदा अधिकारियों में से एक है। पिता से इंस्पायर होकर उन्होंने पहले तो IIT बॉम्बे से CS ब्रांच में अपनी पढ़ाई।
इसके बाद उन्हें वहीं से दक्षिण कोरिया में एक करोड़ की नौकरी का ऑफर मिला लेकिन कनिष्क ने ठुकरा दिया और यूपीएससी की तैयारी करना शुरू किया।
2017 में पढ़ाई पूरी करने के बाद कनिष्क वापस जयपुर अपने घर पर लौट आए और फिर वहीं रह कर तैयारी करने लगे। बिना कोचिंग के उन्होंने सेल्फ स्टडी शुरू किया।
जब साल 2019 में रिजल्ट आया तो उसमें कनिष्क ने राजस्थान का नाम रोशन कर दिया, क्योंकि उन्होंने पूरे इंडिया में 1st रैंक हासिल की थी।
कनिष्क के चाचा KC वर्मा भी वर्तमान में राजस्थान में IAS है। कनिष्क बताते हैं कि पिता और चाचा से प्रभावित होकर ही वह UPSC की तैयारी करने लगे।