कहते हैं की कामयाबी बिना किसी संघर्ष के नहीं मिली है। लेकिन राजस्थान के चुरू की बेटी ने जो सफलता पाई है वह, लाखों बेटियों के लिए प्रेरणा बन गई है।
हम बात कर रहे हैं चूरू जिले के अमरसर गांव की रहने वाली कमला मेघवाल की। जिसके दोनों हाथ कोहनी तक नही हैं। इसके बावजूद भी वह पढ़ लिखकर टीचर बन चुकी है.....
2009 में कमला के स्कूल जाने के दौरान वह ऊपर से गुजर रही 11 हजार केवी की लाइन के करंट की चपेट में आ गई। हादसे में उसके दोनो हाथों को कोहनी तक काटना पड़े।
कई महीनों तक तो कमला ने खुद को असहाय महसूस किया लेकिन फिर उसने सोच लिया कि अब यही उसका जीवन है, उसे जो कुछ भी करना है इन्ही हालातों में करना है। फिर उसने पढ़ना लिखा शुरू किया।
साल 2021 में उसने रीट की परीक्षा दी। लेकिन पास नही हुई। लेकिन रीट 2023 में उसका सिलेक्शन हो चुका है। कमला के गांव में जश्न का माहौल है, हर कोई उसे बधाई दे रहा है।