कांग्रेस पार्टी ने सचिन पायलट को CWC की टीम शामिल किया है। इसके पीछ कुछ महीनों बाद राजस्थान में होने वाले चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
सचिन पायलट ने हिमाचल प्रदेश इलेक्शन में स्टार प्रचारक के रूप मेें अच्छा काम किया। पार्टी को उन सीटों पर अधिक सफलता मिली जहां पायलट ने प्रचार किया था।
2020 में सचिन पायलट ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर बगावत कर दी थी। काफी हंगामे के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन गहलोत और पायलट के बीच रिश्तों में खटास अभी भी है।
लोक सभा और राजस्थान चुनाव को देखते हुए पार्टी ने पायलट पर भरोसा जताया है। CWC मेंबर बनाकर यह साफ किया है कि पायलट की राजस्थान चुनाव में अहम भूमिका होगी।
राजस्थान समेत देश का युवा वर्ग सचिन पायलट को आइडियल मानता है। लाखों की संख्या में युवा उन्हें फॉलो करते हैं। ऐसे में चुनाव में युवा वोट अपनी तरफ करने में पायलट की बड़ी भूमिका होगी
राजस्थान में 30 विधानसभा क्षेत्र में पायलट गुट का दबदबा आज भी कायम है। इन क्षेत्रों में इस बार पायलट पार्टी को जीत दिला सकते हैं।
CWC मेंबर बनाए गए पायलट के पास इस बार राजस्थान चुनाव में पार्टी को जीत दिलाकर सीएम बनने का सपना पूरा करने का अच्छा मौका हो सकता है।