8 मार्च को महिलाओं के संघर्ष के लिए पूरी दुनिया विमेंस डे मनाती है। इसी मौके पर जानिए राजस्थान के हनुमानगढ़ की एक महिला के बारे में जो खुद अनपढ़ थी लेकिन बेटे को IAS बना दिया।
हम बात कर रहे हैं हेमंत उत्तर प्रदेश कैडर के IAS हेमंत पारिक और उनकी मां की। आज हेमंत और उनका परिवार लग्जरी लाइफ जीते हैं। लेकिन एक वक्त ऐसा था जब मां ने उन्हें मजदूरी करके पढ़ाया।
हेमंत ने बताया एक बार उनकी मां को ठेकेदार ने मजदूरी नहीं दी, वह ठेकेदार के पास गए तो ठेकेदार ने कहा कि तू कहीं का कलेक्टर है क्या। इसी बात रक हेमंत ने ठान लिया वो कलेक्टर बनेगा
हेमंत ने ऑनलाइन क्लासेस लेना शुरू किया और पढ़ाई में जुट गए। और फिर उन्होंने यूपीएससी पास करते हुए परीक्षा में 884 वीं रैंक हासिल की। परिवार ने जमकर जश्न मनाया।
हेमंत अपनी मां और पूरे परिवार को लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन अकैडमी लेकर गए। इनका परिवार के साथ वहां का फोटो सेशन सोशल मीडिया पर भी काफी ज्यादा पसंद किया गया।
हेमंत बताते हैं आज वह जो भी है अपनी मां और परिवार के संघर्ष की वजह से है। आज भी जब वह अपना पिछला समय याद करते हैं तो उनकी मां का संघर्ष उनके जहन में जरूर आता है।
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