राजस्थान के पुष्कर क्षेत्र में ट्रेनिंग कर रहे आईपीएस शरण गोपीनाथ कांबले इन दिनों चर्चा में है। जो 26 जून को आईएफएस सायली के साथ शादी करने जा रहे हैं। यह शादी महाराष्ट्र में होगी।
आज भले ही शरण गोपीनाथ कांबले आईपीएस अधिकारी हो, लेकिन उनके यहां तक पहुंचने के पीछे की कहानी बड़ी संघर्ष पूर्ण है। कड़ी मेहनत के बाद यह सफलता पाई है।
शरण महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के रहने वाले हैं। जिनका जन्म गरीब किसान के घर पर हुआ। पिता गोपीनाथ और मां सुदामती तो अनपढ़ थे, लेकिन अपने बेटे की पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं आने दी।
आईएएस के माता-पिता खेती के अलावा सब्जी बेचने का काम करते थे। उस दौरान भी परिवार की आर्थिक हालत ज्यादा ठीक नहीं थी। इसलिए बेटा भी सब्जी बेचा करता था।
शरण गोपीनाथ ने 12वीं के बाद बेंगलुरु से अपना कॉलेज पूरा किया। इसी बीच शरण गोपीनाथ को 20 लाख के पैकेज की एक नौकरी मिली लेकिन, उन्होंने नौकरी नहीं की।
शरण गोपीनाथ का बचपन से सपना था सरकारी बड़ा अफसर बनना, इसलिए उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से मिलने वाली स्कॉलरशिप लेकर तैयारी करना शुरू किया।
शरण ने 2019, 2020 और 2021 में लगातार तीन बार यूपीएससी का एग्जाम पास किया। 2021 की भर्ती के बाद इन्हें आईपीएस पद मिला, जिस पर वर्तमान में यह पुष्कर में ट्रेनिंग कर रहे हैं।