आज विश्व सर्प दिवस है, ऐसे में बात उस खास जगह की जहां एक से एक जहरीले सांपों के साथ लोग खिलौने की तरह खेलते नजर आते हैं।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के चुरू जिले में स्थित दड़बेड़ा गांव की। जहां बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक जहरीले सांपों को मुंह और गल में डाले घूमते हैं।
सांपों से दोस्ती करने वाले यह लोग चौहान वंश से नाता रखते हैं। उनके पूर्वज जेवर सिंह यहां के बड़े राजा थे। वह भी सांपों को अपने दरबार में रखते थे।
चुरू जिले में स्थित दड़बेड़ा गांव में मौजूद देवता गोगाजी महाराज के मंदिर पर जाने से बड़े से बड़े सांप का जहर उतर जाता है। यह लोग इन्हीं देवता के वंश से आते हैं।
गोगाजी का जन्म गुरु गोरखनाथ के आशीर्वाद से हुआ था । उन्हीं को लोक देवता के रूप में पूजा जाता है । हनुमानगढ़ जिले में उनके स्थान पर हर साल भादवे महीने में मेला भरता है ।
इस मेले में कई राज्यों के लोग आते हैं जो जहरीले जीव , जंतु और सांपों को गले में डालकर जुलूस में निकालते हैं । मान्यता है कि गोगा जी महाराज के आशीर्वाद से सांप का जहर नहीं चढ़ता।