यह है पूजा छाबड़ा जो जयपुर की रहने वाली है और अपने ससुर के सपने को पूरा करने के लिए पिछले 5 साल से लगातार संघर्ष कर रही हैं । वह राजस्थान मे नशा बंद कराना चाहती हैं।
पूजा छाबड़ा के ससुर गुरुशरण छाबड़ा राजस्थान में सत्याग्रह पर उतर आए थे, वह राजस्थान से सभी तरह के नशे को पूरी तरह से बंद कराना चाहते थे, लेकिन सत्याग्रह में उनकी जान चली गई ।
राज्य में सरकार चाहे कांग्रेस की हो या भारतीय जनता पार्टी की हर शीर्ष नेता से मिलकर वे राजस्थान से सभी तरह के नशे को समूल नष्ट करने की मांग करती हैं ।
पूजा छाबड़ा 5 साल के दौरान 15 लाख से भी ज्यादा लोगों को नशा छोड़ने की शपथ दिला चुकी है। उनका कहना है कि यह एक जुनून है और इसे खत्म करके ही रहूंगी।
पिछले दिनों में राजस्थान के सूरतगढ़ को जिला नहीं बनाने पर वो सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठ गई । उसके बाद उन्होंने भूख हड़ताल शुरू कर दी ।
बता दें कि जब पूजा छाबड़ा कोई भी आंदोलन करती हैं तो उनके आगे पीछे कई पार्टियों के नेता घूमते हैं। यहां तक की सीएम गहलोत भी उन्हें मनाते हैं। लेकिन वह नहीं मानती हैं।
5 साल के दौरान जयपुर. उदयपुर, जोधपुर, चूरू , गंगानगर , नागौर, हनुमानगढ़ , भीलवाड़ा , कोटा , बूंदी में उन्होंने कैंप किए हैं और लोगों को नशे से दूर करने के लिए शपथ दिलाई है।
बता दें कि पूजा छाबड़ा ऐसी महिला है जो हर रोज जनता के बीच जाती है और समाज सेवा में जुटी रहती हैं। नशा से लेकर गरीब की हर समस्या सरकार के सामने उठाती हैं।