उत्तर प्रदेश के बहराइच में हालात अब कंट्रोल में है। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। हजारों लोगों ने सड़क पर उतरकर उपद्रव मचाया।
दुकान-शोरूम से लेकर अस्पताल तक में आग लगा दी। कई कारों और बाइकों को फूंक दिया। भीड़ इतनी ज्यादा दी थी कि पुलिस को भी पीछे हटना पड़ा।
बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने बहराइच में इंटरनेट बंद कर दिया है। 6 जिलों से फोर्स और पीएसी को तैनात किया गया है।
माहौल बिड़गता देख लखनऊ से एसटीएफ चीफ और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर भी बहराइच पहुंचे। उपद्रव करने वालों को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए गए हैं।
जब भीड़ उपद्रव करने से नहीं माननी तो एसटीएफ चीफ अमिताभ यश एक्शन में आए और हाथ में पिस्टल लेकर भीड़ को खदेड़ने लगे।
दरअसल, घटना रविवार रात की है, जब दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे के बजने को लेकर दो समुदाय में विवाद हो गया। देखते ही देखते पथराव और आगजनी होने लगी।
हिंसा इस कदर भड़की की 22 साल के युवक राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई। जैसे ही लोगों को मौत के बारे में पता चला तो हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई।
बहराइच हिंसा को लेकर सीएम योगी आदित्थनाथ ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और लखनऊ से अफसरों को मौके पर भेजा है। सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह घटना बहराइच जिले के महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे की है। जहां ग्रामीण दुर्गा विसर्जन को शोभा यात्रा निकल रहे थे। जैसे ही जुलूस दूसरे समुदाय के इलाके में पहुंचा तो विवाद हो गया।