चंद्रयान-3 शुक्रवार को लॉन्च कर दिया है। यह चंद्रयान करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करेगा। इस मिशन को ऋतु करिधाल लीड कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश की बेटी ऋतु करिधाल ने चंद्रयान-3 अभियान को सफल बनाने के लिए इसरो की टीम के साथ दिन-रात मेहनत की है।
एयरोस्पेस की स्पेशलिस्ट मानी जाने वाली ऋतु चंद्रयान-2 में भी मिशन की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। वह कई और मिशन में अहम भूमिका निभा चुकी हैं।
ऋतु करिधाल को 2007 में यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड भी मिल चुका है। ऋतु को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम युवा वैज्ञानिक पुरस्कार, मार्स आर्बिट्रेटर मिशन के लिए इसरो टीम पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
काम के प्रति जुनून की वजह से और कई मिशन को सफलता दिने के कारण ऋतु को एक बार फिर चंद्रयान-3 अभियान को सफल करने की जिम्मेदारी दी गई है।
स्पेस साइंटिस्ट ऋतु करिधाल श्रीवास्तव को अलग-अलग मिशन में उनकी भूमिका को लेकर देश के प्रमुख अंतरिक्ष विज्ञानियों में उनका नाम शामिल है। इसलिए वह 'रॉकेट वुमन' नाम से मशहूर हैं।
ऋतु करिधाल लखनऊ के राजाजीपुरम की रहने वाली हैं। वो लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा रह चुकी हैं। 1991 में भौतिक विज्ञान से बीएससी किया है।
ऋतु करिधाल का पीएचडी करने के दौरान 1997 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान(इसरो) चयन हो गया था। उनके पति अविनाश श्रीवास्तव बैंगलुरु में जॉब करते हैं। उनके एक बेटा और एक बेटी है।