यूपी के हाथरस में जिस नारायण साकार हरि बाबा के सत्संग के बाद लाशों का ढेर लग गया। उसका कहीं कोई पता नहीं है। पुलिस हर तरफ उनके लिए छापेमारी कर रही है।
जिस भोले बाबा की एक झलक के लिए भक्त दूर-दूर से आते थे, वह नारायण साकार हाइप्रोफाल लाइफ जीता है। जिसे देखकर उसे कोई बाबा तो नहीं कह सकता।
भोले बाबा बाकी साधु-संतों की तरह भगवा कपड़े नहीं पहनता है। वह सफेद सूट-बूट, टाई और सफेद जूतों में नजर आता है। कई बार सफेद टोपी लगाकर सत्संग करते हैं। सफेत पोशाक पहनना उसका शौक था।
कह सकते हैं कि भोले बाबा को रंगीन लाइफ पसंद थी। चेहरे पर कलरफुल काला चश्मा अक्सर होता था। मंच पर चांदी का चमकता सिंहासन होता था, जिस पर वह बैठता था।
बताया जाता है कि बाबा की सेवा में सेविकाएं ज्यादा होती थीं। कई तस्वीरें हैं जिसमें बाबा के सिंहासन के आसपास सिर्फ लड़कियां नजर आ रही हैं।
बता दें कि साकार हरि के सत्संग में न तो कोई प्रसाद, न चढ़ावा चढ़ाया जाता है। उनकी खुद अपनी आर्मी है, जो काले रंग की ड्रेस में तैनात रहती है।