यूपी के हाथरस में नारायण साकार बाबा के सत्संग के बाद लाशों का ढेर लग गया। भगदड़ ऐसी मची की 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। बाबा के बारे में कई खुलासे हो रहे हैं।
कांस्टेबल से कथावचक बने भोले बाबा उर्फ साकार विश्व हरि को भक्त परमात्मा कहकर बुलाते थे। तो वहीं बाबा की पत्नी को अनुयायी मां जी कहते हैं।
नारायण साकार बाबा अपने हर सत्संग और समागम में पत्नी के साथ कार्यक्रम करता था। मंच पर दोनों की बराबरी से सिंहासन लगती थी। पत्नी भी बाबा के साथ प्रवचन देती हैं।
जानकारी के मुताबिक, साकार हरि बाबा की पत्नी की पिछले तीन महीने से तबीयत खराब चल रही है। इसलिए वह 90 दिन से हर सत्संग में अकेले ही प्रवचन देने जाता था।
कई जगह न्यूज में दावे किए जा रहे हैं कि भोले बाबा के मंच पर जो महिला बैठी देखी जा रही है वो उनकी पत्नी नहीं, बल्कि सेविका है। जिसे भक्त मां जी कहते हैं।
भोले बाबा का जन्म यूपी के एटा जिले के बहादुर नगर गांव में हुआ, असली नाम सूरजपाल सिंह है। पत्नी का नाम कटोरी देवी है, वह 3 भाइयों में सबसे बड़ा है। बचपन में पिता के साथ खेती करता था