Uttar Pradesh

पत्नी के साथ हमेशा सत्संग करने वाला भोले बाबा,90 दिन से क्यों था अकेला

Image credits: social media

हाथरस में लगा लाशों का ढेर

यूपी के हाथरस में नारायण साकार बाबा के सत्संग के बाद लाशों का ढेर लग गया। भगदड़ ऐसी मची की 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। बाबा के बारे में कई खुलासे हो रहे हैं।

Image credits: social media

विश्व हरि को भक्त परमात्मा कहते भक्त

कांस्टेबल से कथावचक बने भोले बाबा उर्फ साकार विश्व हरि को भक्त परमात्मा कहकर बुलाते थे। तो वहीं बाबा की पत्नी को अनुयायी मां जी कहते हैं।

Image credits: social media

पत्नी भी बाबा के साथ प्रवचन देती

नारायण साकार बाबा अपने हर सत्संग और समागम में पत्नी के साथ कार्यक्रम करता था। मंच पर दोनों की बराबरी से सिंहासन लगती थी। पत्नी भी बाबा के साथ प्रवचन देती हैं।

Image credits: social media

90 दिन से अकेले भोले बाबा

जानकारी के मुताबिक, साकार हरि बाबा की पत्नी की पिछले तीन महीने से तबीयत खराब चल रही है। इसलिए वह 90 दिन से हर सत्संग में अकेले ही प्रवचन देने जाता था।

Image credits: social media

भोले बाबा सेविका के साथ सिंहासन पर बैठता

कई जगह न्यूज में दावे किए जा रहे हैं कि भोले बाबा के मंच पर जो महिला बैठी देखी जा रही है  वो उनकी पत्नी नहीं, बल्कि सेविका है। जिसे भक्त मां जी कहते हैं।

Image credits: social media

भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल सिंह

भोले बाबा का जन्म यूपी के एटा जिले के बहादुर नगर गांव में हुआ, असली नाम सूरजपाल सिंह है। पत्नी का नाम कटोरी देवी है, वह 3 भाइयों में सबसे बड़ा है। बचपन में पिता के साथ खेती करता था

Image credits: social media