उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुए मरने वालों की संख्या 116 हो गई है। यह हादसा फुलराई गांव में आयोजित नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ के चलते हुआ।
भीषण गर्मी और कीचड़ में फंसे लोग बाबा के दर्शन करने उमड़े और एक के ऊपर एक जा गिरे। जिसमें हाजरों लोग गिर पड़े। मरने वालों में 108 महिलाएं, 7 मासूम बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।
हाथरस में भगदड़ से हुई मौतों में अब तक पहचान लिए गए लोगों की सूची प्रशासन ने जारी की है। अभी भी कई मृतकों की पहचान नहीं हो पाई।
यह भी कहा जा रहा है कि मरने वालों की संख्या कही ज्यादा है। प्रशासन को जितने लोगों की अभी मौत हुई वह लिस्ट जारी की है। जो अभी सीरियस है उन्हें लिस्ट में शामिल नहीं किया गया होगा
बता दें कि हाथरस हादसे में मरने वाले यूपी के अलावा राजस्थान-हरियाणा और दिल्ली-बिहार के भी रहने वाले थे। सभी के शव अस्पताल में ऱकवा दिए गए हैं। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मरने वाले 22 लोगों में हाथरस के 9 लोगों की पहचान हो गई है। जिसमें हाथरस की 5 महिलाएं, 4 पुरुष शामिल हैं। मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंची डीएम अर्चना वर्मा ने यह जानकारी दी।
हादसे में हाथरस के जो 22 लोगों की मौत हुई है, जिले के उदयसिंह, नगला मझोला गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं।जो कि नारायण साकार हरि भोले बाबा के सत्संग में पहुंचे थे।