उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुए हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस एक्सीडेंट ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। कैसे सत्संग में गए भक्त मौत के मुंह में समा गए।
यह हादसा हाथरस जिले के फुलरई गांव में हुआ। बताया जाता है कि जैसे ही नारायण साकार बाबा का सत्संग करके निकले तो भक्त उनके पीछे उमड़ पड़े। इसी दौरान भगदड़ मच गई।
मीडिया में चर्चा है कि जिला प्रशासन ने नारायण साकार बाबा के सत्संग के लिए 3 घंटे और 50 लोगों की अनुमति दी थी। लेकिन उनके सत्संग में 50 हजार लोग पहंचे थे।
हाथरस जिले के डीएम ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी। यह एक निजी कार्यक्रम था। जांच की जा रही है कि कितने लोगों की अनुमति दी गई थी।
बता दें कि अनुमति से ज्यादा उमड़ी भीड़ के चलते यह हादसा हुआ है। प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
बता दें कि मौके पर पहुंचने के लिए योगी सरकार के मंत्री-विधायक रवाना हो गए हैं। वहीं मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं।
भारी संख्या में यह भक्त संत भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए हाथरस एटा बॉर्डर के पास स्थित रतीभानपुर में बने बाबा के आश्रम में पहुंचे थे। लेकिन अब वह इलाका लाशों से पट गया है।