हाथरस में 'भोले बाबा' के सत्संग के बाद मची भगदड़ में कुचलकर मरे लोगों की हत्या का दोषी कौन है? वैसे, अमेरिका के एक बाबा ने तो स्वर्ग का सपना दिखा 909 लोगों को जहर पिला दिया था।
70 के दशक में लैटिन अमेरिकी देश गुयाना के जंगल में सैकड़ों लाशें मिली थीं। ये शव उन लोगों के थे जो कथित बाबा जिम जोन्स के साथ स्वर्ग जाने के लालच में आ गए थे।
जिम जोन्स ने मौत के बाद स्वर्ग की आलीशान जिंदगी का सपना दिखाकर अपने 900 से ज्यादा भक्तों को जहर वाला जूस पिला दिया, जिससे सभी की मौत हो गई थी।
जिन लोगों ने जहर पीने से मना किया, उन्हें बंदूक का डर दिखाकर जबर्दस्ती पिलाया गया। बता दें कि इस बाबा ने अपना एक अलग ही पंथ बनाया था, जिसे 'पीपुल्स टेंपल' नाम दिया था।
अमेरिका के इंडियाना प्रांत में जन्मे जिम जोन्स ने अश्वेतों पर हुई हिंसा के खिलाफ लोगों को लामबंद किया और अपना एक अलग पंथ बनाया। धीरे-धीरे इसमें श्वेत लोग भी जुड़ते गए।
30 साल की उम्र में ही जिम जोन्स के लाखों-करोड़ों अनुयायी बन गए, जो उसकी एक बात पर कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे। खुद को भगवान समझने वाला ये बाबा गलत काम भी करने लगा।
जब जिम जोन्स बच्चों के यौन शोषण समेत कई बुरे कामों में फंस गया तो उसने अमेरिका छोड़ दिया और अपने भक्तों के साथ गुयाना में आकर बस गया।
70 का दशक आते-आते उसका पंथ पीपुल्स टेंपल काफी मशहूर हो गया। वो जहां रहता था, उस इलाके का नाम भी जोन्सटाउन पड़ गया। यहां बाबा के आश्रम में गरीबों का शोषण होने लगा।
धीरे-धीरे बाबा के भक्तों के परिजन इसलिए परेशान होने लगे क्योंकि उनकी लंबे समय से कोई खोज-खबर नहीं चल रही थी। इस तरह लोगों ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू किया।
विरोध होता देख बाबा ने आश्रम में रहने वाले भक्तों से कहा कि अगर वो उसकी बात मानेंगे तो वो सभी को अपने साथ स्वर्ग ले जाएगा। इसके बाद जोन्स ने सबको बुलाया और जहर वाला जूस दे दिया।
कुछ ही देर में लोग तड़प-तड़पकर मरने लगे। कुछ लोगों को साइनाइड के इंजेक्शन भी दिए। भागते लोगों को गोली मारी गई। जांच में लाशों के बीच ग्लास, साइनाइड के इंजेक्शन मिले थे।