जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने हमास की तरफदारी करते हुए कहा है कि अगर इजरायल को नहीं रोका गया, तो ये युद्ध पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लेगा
मौलान मदनी ने गाजा में इजरायल की बमबारी रोकने की अपील करते हुए कहा कि अगर वहां शांति स्थापित नहीं हुई, तो ये युद्ध पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लेगा
अरशद मदनी 100 साल पुराने 'जमीयत उलेमा-ए-हिंद' (अरशद गुट) के अध्यक्ष हैं, संगठन का संबंध दारुल उलूम देवबंद से है, 1919 में कई देवबंदी स्कॉलर्स ने मिलकर 'जमीयत उलेमा-ए-हिंद' बनाया था
अरशद मदनी ने 8 बरस की उम्र में कुरान को रट लिया था, 1955 में अरबी भाषा सीखनी शुरू की, 1967 में अरशद मदीना गए थे
19 नवंबर 1947 में यूएन महासभा में फिलिस्तीन को अरब और यहूदियों में बांटने का प्रस्ताव पारित हुआ था, तब फिलिस्तीन क्षेत्र में इजरायल का जन्म हुआ था, हमास इसके विरोध में है
हमास को एक आतंकवादी संगठन माना जाता है, इसकी स्थापना 1987 में फलस्तीन शरणार्थी शेख अहमद यासीन ने की थी। हमास को 1997 में आतंकवादी संगठन घोषित किया गया था