22 नवंबर 1939 को इटावा के सैफई में जन्मे मुलायम सिंह यादव ने एक साधारण परिवार से निकलकर यूपी की राजनीति में अलग पहचान बनाई और हर दिल पर छाप छोड़ी।
1960 में राजनीति शुरू की, 1967 में पहली बार विधायक बने। विभिन्न पदों पर मजबूत उपस्थिति के साथ वे जल्द ही यूपी की सत्ता में एक बड़ा चेहरा बन गए।
1989 में पहली बार मुख्यमंत्री बने। 1993-95 और 2003-07 तक दोबारा सत्ता संभाली। तीन बार यूपी के सीएम बनकर उन्होंने प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दी।
1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की। मुलायम सिंह ने पार्टी को जमीनी मुद्दों से जोड़ा और इसे यूपी की सबसे मजबूत राजनीतिक ताकतों में बदल दिया।
अमर सिंह, आजम खान या शिवपाल—मुलायम ने कभी अपनों को नहीं भुलाया। 2012 में चौथी बार सीएम बन सकते थे, लेकिन उन्होंने कमान बेटे अखिलेश को सौंप दी।
रक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने बोफोर्स और सुखोई से जुड़े अहम निर्णय लिए। उन्होंने कहा था—देशहित सर्वोपरि है, सही कदम ही देश को आगे ले जाते हैं।
सीएम से रक्षा मंत्री बनने तक ऊंचाइयों पर पहुंचे, पर जमीन नहीं छोड़ी। सैफई को राष्ट्रीय पहचान दिलाई और जीवनभर लोगों से जुड़े रहे—इसीलिए बने धरतीपुत्र।
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