सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान ने विवादित बयान देकर खलबली मचा दी है, उन्होंने कहा है कि नए संसद भवन में नमाज पढ़ने जगह मिलनी चाहिए, ताकि मुस्लिम सांसदों को बार-बार उठकर बाहर नहीं जाना पड़े
सपा सांसद ने कहा कि पुरानी संसद में नमाज पढ़ने की जगह नहीं थी, लेकिन नई संसद में है, वे सरकार से इसके लिए मांग करेंगे, उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल है
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर पिछले दिनों डॉ. शफीकुर्रहमान ने बयान दिया था कि अतिक्रमण करके बनाई गईं मस्जिदों में नमाज पढ़ना हराम होता है
सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान ने पिछले दिनों दावा किया कि उन्हें अल्लाह पर भरोसा है कि भाजपा को यूपी में लोकसभा की एक सीट लाना भी मुश्किल होगी
पुरानी संसद में 18 सितंबर को कार्यवाही के आखिरी दिन PM मोदी ने अपनी स्पीच में 93 साल के शफीकुर्रहमान बर्क का जिक्र किया, लेकिन बर्क ने संसद के विशेष सत्र को साजिश करार दिया था
शफीकुर्रहमान बर्क ने 1967 में पहला चुनाव मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लड़ा था, पर हार गए थे, 93 साल के शफीकुर्रहमान बर्क 17वीं लोकसभा में सबसे बुजुर्ग सदस्य हैं