महाकुंभ धर्म और आस्था का सबसे बड़ा मेला है। हर 12 साल में देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों पर आयोजित होता है। इस मेले में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं.
नियमों का पालन करने से विशेष पुण्य मिलता है। स्नान के दौरान कम से कम 5 डुबकी लगाना जरूरी है। साथ ही स्नान करते वक्त 'गंगे च यमुने चैव...' मंत्र का जाप करें।
13 जनवरी 2024 - पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी 2025 - मकर संक्रांति, 29 जनवरी 2025 - मौनी अमावस्या, 3 फरवरी 2025 - वसंत पंचमी, 12 फरवरी 2025 - माघ पूर्णिमा, 26 फरवरी 2025 - महाशिवरात्रि
महाकुंभ में जाने से पहले जरूरी सामान जैसे पानी की बोतल, हल्का खाना और कागजात साथ लेकर जाएं। अपने सामान को सीमित रखें और अजनबी लोगों से सावधान रहें।
महाकुंभ में स्नान करते समय साबुन, डिटर्जेंट का इस्तेमाल न करें और कपड़े न धोएं। पूजा सामग्री नदी में न डालें, प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल न करें और खुले में शौच न करें।