Hindi

प्रेमानंद महाराज के गुरु कौन हैं? जानिए पूरी कहानी

Hindi

बचपन में छोड़ा घर

प्रेमानंद महाराज ने खेलने-कूदने की उम्र में ही घर छोड़कर संन्यास ले लिया था और अध्यात्म के मार्ग पर निकल पड़े।

Image credits: Facebook
Hindi

बनारस से वृंदावन तक का सफर

संन्यास लेने के बाद वे पहले बनारस में ज्ञानमार्गी संन्यासी थे, लेकिन कृष्ण लीला देखने के बाद उनका मन बदल गया और वे वृंदावन आ गए।

Image credits: Facebook
Hindi

नामकरण की कहानी

करीब 21 साल पहले कानपुर के अनिरुद्ध पांडे को वृंदावन के राधावल्लभ मंदिर में "प्रेमानंद महाराज" नाम मिला था।

Image credits: Facebook
Hindi

नाम किसने दिया?

यह नाम उन्हें राधावल्लभ मंदिर के तिलकायत अधिकारी श्रीहित मोहित मराल महाराज ने दिया था।

Image credits: Facebook
Hindi

गुरु की शरण में

मोहित मराल महाराज ने प्रेमानंद जी को राधारानी की भक्ति का मार्ग दिखाया और दीक्षा भी प्रदान की।

Image credits: Facebook
Hindi

बड़े गुरु से मुलाकात

बाद में उन्हें संत श्रीहित गौरांगी शरण महाराज के पास भेजा गया, जिन्होंने उन्हें प्रेम मार्ग की शिक्षा दी।

Image credits: Facebook
Hindi

प्रेम मार्ग पर दीक्षा

गौरांगी शरण महाराज, जिन्हें भक्त "बड़े महाराज जी" कहते हैं, ने प्रेमानंद जी को राधावल्लभी संप्रदाय में दीक्षित किया।

Image credits: Facebook
Hindi

अनिरुद्ध से बने प्रेमानंद

कानपुर के अनिरुद्ध कुमार पांडे ही आज "संत प्रेमानंद महाराज" के नाम से जाने जाते हैं और हजारों भक्तों के मार्गदर्शक बने।

Image credits: Facebook
Hindi

भक्ति का मार्ग

गुरु की शरण में जाकर ही प्रेमानंद जी महाराज प्रेममार्गी बने और आज उनके उपदेश लाखों श्रद्धालुओं के जीवन को दिशा दे रहे हैं।

Image credits: Facebook

लखनऊ का गोमतीनगर स्टेशन बना एयरपोर्ट से भी शानदार, जानिए खासियतें

दिल्ली-NCR में बसने जा रहा है नया शहर, नाम होगा ग्रेटर गाजियाबाद

गांव-गांव में दिखेगा विकास! जेवर लिंक एक्सप्रेसवे से बदलेगा नज़ारा

6 लेन का सुपरहाईवे जल्द होगा तैयार, जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने में लगेगा आधा समय