महज 2 हजार से बिजनेस की शुरूआत कर अरबों का विशाल सम्राज्य खड़ा करने वाले सुब्रत रॉय सहारा श्री नहीं रहे। मंगलवार रात उन्होंने मुंबई के अस्पताल में आखिरी सांस ली।
सुब्रत रॉय की पूरी लाइफ चर्चा में रही है। उन पर अपनी दो कंपनियों में नियमों के खिलाफ लोगों से पैसे निवेश करवाने का आरोप लगा था।
सुब्रत रॉय को एक विवाद के संबंध में अदालत उन्हें हिरासत में लेने का आदेश दिया था। इस केस में रॉय को तिहाड़ जेल में समय बिताना पड़ा और बाद में उन्हें पैरोल पर रिहा किया गया।
सुब्रत रॉय ने कई ऐसे अच्छे काम किए थे, जिनकी तारीफ पूर्व पीएम अटल बिहार वाजपेयी करते थे। रॉय ने कारगिल युद्ध में सहारा ने शहीदों के 127 परिवारों को आर्थिक सहायता दी थी।
सुब्रत रॉय की कंपनी सहारा ने 2013 में उत्तराखंड में आई बाढ़ में प्रभावित लोगों की मदद की थी। एक लाख बोतल पीने का पानी, पैकेज्ड जूस, खाने के पैकेज उपलब्ध कराए थे।
सुब्रत रॉय की सफलता के लिए उन्हें कई अवॉर्ड से सम्मानित भी किया जा चुका था। 2002 में बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवॉर्ड, 2002 में बेस्ट इंडस्ट्रियलिस्ट अवॉर्ड मिला था।
सुब्रत रॉय को 2010 में विशिष्ट राष्ट्रीय उड़ान सम्मान, 2010 में रोटरी इंटरनेशनल का वोकेशनल अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस और 2001 में राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार मिल चुका था।