फर्रुखाबाद के किसान अब पारंपरिक खेती के अलावा नगदी फसलों पर भी ध्यान दे रहे हैं, जिससे उनकी कमाई के नए रास्ते खुल रहे हैं।
अब किसान अपने खेतों में मिश्रित फसलें उगाने लगे हैं, जिससे उनकी आय में लगातार वृद्धि हो रही है और खेतों में नए प्रयोग किए जा रहे हैं।
गांव नगला बाग के किसान, दिनेश कुमार, बचपन से मिश्रित खेती करते आ रहे हैं, और उन्होंने इस खेती से कभी भी नुकसान नहीं उठाया है।
दिनेश कुमार बताते हैं कि प्रति बीघा खेती में चार से पांच हजार रुपए की लागत आती है, और फसल तैयार होने के बाद यह लागत बहुत अच्छे मुनाफे में बदल जाती है।
दिनेश कुमार का कहना है कि मिश्रित खेती से सरकारी नौकरी करने वालों से भी ज्यादा मुनाफा होता है।
किसान दिनेश कुमार पिछले 10 वर्षों से मिश्रित खेती कर रहे हैं, और इससे उन्हें प्रति बीघा 50 से 60 हजार रुपए का मुनाफा हो रहा है।
दिनेश कुमार चुकंदर के बीज बोने के बाद शलजम और लहसुन की बुआई भी करते हैं, जिससे एक साथ कई फसलों से मुनाफा होता है।
चुकंदर, शलजम, लहसुन, और अन्य फसलें एक साथ उगाकर किसान हजारों रुपए की कमाई कर रहे हैं।
फर्रुखाबाद के किसान अब मिश्रित खेती से न केवल अपनी कमाई बढ़ा रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
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