फरवरी के साथ ही एग्जाम भी शुरू हो गए हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स काफी प्रेशर में आ गए हैं। बढ़ते कॉम्पटीशन और रिजल्ट को लेकर वे टेंशन में आ रहे हैं।
स्टूडेंट्स एग्जाम का प्रेशर दूर करने के लिए नींद की गोलियों का सहारा ले रहे हैं। ये उनके लिए जानलेवा भी हो सकता है।
यूपी स्टूडेंट्स पर एक रिसर्च रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एग्जाम प्रेशर और तनाव दूर करने के लिए छात्र ऐसी नींद की गोलियां खा रहे जो अक्सर आतंकवादी खाते हैं ताकि उन्हें नींद न आए।
एग्जाम में ज्यादा देर रात तक पढ़ाई करने और बेस्ट परफर्मेंस के लिए कई सारे स्टूडेंट्स नींद की गोलियां क इस्तमेल कर रहे हैं जो कि चिंता की बात है।
10वीं क्लास की एक स्टूडेंट को हेल्थ इश्यू आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। टेस्ट में पता चला कि स्टूडेंट ने नींद की गोलियां खाई थीं जिसपर डॉक्टर भी शॉक रह गए।
रिपोर्ट में पता चला है कि यूपी के कई स्टूडेंट्स पढ़ाई में देर तक जागने के लिए मोडाफिनिल टैबलेट खा रहे। इस टैबलेट को खाने से 40 घंटे तक नींद नहीं आती, लेकिन ये नुकसानदायक है।
हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. आरके सक्सेना के मुताबिक 26/11 मुंबई हमले में शामिल आतंकवादियों के पास ये गोलियां बरामद हुई थीं। हांलाकि ये बाजार में बैन है, लेकिन अवैध रूप से ये बेची जाती हैं।
ये खतरनाक नींद की दवा कई मेडिकल स्टोर्स पर 'चुनिया' और 'मीठी' जैसे कोड नेम से बिना डॉक्टर की एडवाइस के बेची जा रही।
डॉक्टरों की माने तो नींद की गोलियों के अधिक सेवन से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं जैसे ब्रेन में ब्लड की क्लॉटिंग, ब्रेन हैम्बरेज और कई साइडएफेक्ट्स भी हैं।