OpenAI का एआई टूल ChatGPT पिछले कुछ समय में तेजी से चर्चा में आया है। इसके आने के बाद कई कंपनियां अपना एआई टूल लाई हैं। जिसके बाद से इसकी डिमांड भी तेजी से बढ़ी है।
चैटजीपीटी को लेकर कई तरह की आशंकाएं अब तक जताई जाती रही हैं लेकिन अब एक और संकट का कारण इसे बताया जा रहा है। कहा जा रहा कि इसकी वजह से दुनिया में बिजली संकट आ सकता है।
'The New Yorker' की एक रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है। इसमें बताया गया है कि OpenAI का एआई टूल चैटजीपीटी हर घंटे 5 लाख किलोवॉट बिजली कंज्यूम कर रहा है।
इस रिपोर्ट के हिसाब से अगर एवरेज की बात की जाए तो अमेरिकी घरों में होने वाली बिजली खपत से करीब 17,000 गुना ज्यादा बिजली चैटजीपीटी ले रहा है। मतलब 17 हजार घर इतने में रोशन हो जाएं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इतनी बिजली की खपत सिर्फ चैटजीपीटी के 20 करोड़ यूजर्स की रिक्वेस्ट पर ही हो रही है। अगर यूजर्स की संख्या बढ़ती है तो बिजली की खपत भी बढ़ जाएगी।
बिजनेस इनसाइडर से बातचीत में डाटा साइंटिस्ट एलेक्स डी व्रीज ने बताया कि टेक कंपनी गूगल (Google) अपने हर सर्च में जनरेटिव एआई को शामिल करता है।
एलेक्स डी व्रीज ने बताया, ये सालाना करीब 29 बिलियन किलोवाट प्रति घंटे बिजली की खपत कर सकता है, जो केन्या, ग्वाटेमाला और क्रोएशिया जैसे देशों की सालाना बिजली खपत से ज्यादा होगी।