Apple के CEO टिम कुक का शुरुआती जीवन काफी कठिन रहा। पिता डोनाल्ड कुक शिपयार्ड पर और मां गेराल्डिन फार्मेसी में काम करती थीं।
घर की इनकम ज्यादा नहीं थी, इसलिए घर खर्च चलाने के लिए टिम कुक घर-घर अखबार पहुंचाया करते थे। कुछ साल फार्मेसी में भी काम किया है।
टिम कुक औबर्न यूनिवर्सिटी से औद्योगिक इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं और ड्यूक विश्वविद्यालय के फूक्वा स्कूल ऑफ बिजनेस से MBA किया है।
टिम कुक ने एपल की प्रतिद्वंदी कंपनी IBM में 12 साल तक काम किया था। इसके बाद 1998 में उनकी Apple में एंट्री हुई और आज इस मुकाम पर हैं।
टिम कुक को एपल के लिए भाग्यशाली माना जाता है। जब उन्होंने कंपनी जॉइन की, तब वह दिवालिया होने की कगार पर थी। लेकिन कुक ने संभाल लिया।
2000 में कुक एपल सेल्स और मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के वाइस प्रसिडेंट बने, 2004 में मैकिन्टोश डिवीजन के अंतरिम CEO और चीफ पद पर रहे।
2009 में स्टीव जॉब्स की तबीयत बिगड़ गई और कुक को अंतरिम सीईओ बनाया गया। अगस्त 2011 में स्टीव जॉब्स के निधन के बाद कुक ऐपल सीईओ बन गए।
टिम कुक के सीईओ बनने के बाद से एपल बुलंदियों पर है। कंपनी का मार्केट कैप 235 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का है। दुनिया की सबसे अमीर टेक कंपनी है।
2022 में टिम कुक का सालाना पैकेज 815 करोड़ रुपए था। एक दिन की कमाई 2.23 करोड़ रुपए है। अब उन्होंने अपना पैकज कम कर 402 करोड़ कर लिया है।
टिम कुक सुबह-सुबह 3.45 बजे उठ जाते हैं। सबसे पहले कस्टमर फीडबैक और ई मेल पढ़ते हैं। सुबह 5 बजे के करीब जिम जाते हैं और वर्कआउट करते हैं।