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ALERT ! Deepfake के बाद ClearFake का खतरा, ऐसे रखें खुद को सेफ

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ClearFake का अलर्ट

डीपफेक पर हर तरफ बवाल मचा है। केंद्र सरकार AI का गलत इस्तेमाल कर फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने पर सख्त है। इस बीच रिसर्चर्स ने ClearFake का अलर्ट जारी कर दिया है।

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ClearFake क्या है

डीपफेक की तरह ही क्लियरफेक भी खतरनाक है। इसमें भी साइबर ठग AI की मदद से फेक वीडियो, फोटो, वेबसाइट का इस्तेमाल कर गलत जानकारी, वीडियो, फोटो और मैलवेयर पहुंचाते हैं।

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चोरी हो रही पर्सनल जानकारी

ClearFake का इस्तेमाल कर साइबर फ्रॉड आम लोगों के सिस्टम में गलत सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करवा दे रहे हैं और फिर उनकी पर्सनल जानकारी सिस्टम से चुराने का काम कर रहे हैं।

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कितना खतरनाक क्लीयरफेक

इस साल की शुरुआत में रिसर्चर्स ने नए साइबर खतरे एटॉमिक macOS स्टीलर की तलाश की। एक बार यूजर के सिस्टम में इंस्टॉल होने के बाद ये संवेदनशील जानकारी निकाल सकता है।

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क्लीयरफेक में किस तरह की फाइलें हैं

क्लीयरफेक में iCloud किचेन पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड विवरण, क्रिप्टो वॉलेट समेत दूसरी तरह की फाइलें हैं। ये मैलवेयर पहले से ही यूजर्स के लिए खतरा बना हुआ है।अब ClearFake का यूज हो रहा

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ClearFake पहुंचा सकता है नुकसान

क्लियरफेक से स्कैमर्स फेक वेबसाइट बना यूजर्स से ब्राउजर अपडेट करने कहते हैं। ये असली वेबसाइट की तरह होते हैं। इनमें गलत जावास्क्रिप्ट कोड होते हैं, जिसे इंस्टॉल करते ही खेल होता है

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इंस्टॉल होने बाद क्या करता है ClearFake

सिस्टम में इनस्टॉल होने के बाद क्लीयरफेक तमाम तरह की जानकारी इकट्ठा करने लगता है। इससे यूजर्स की प्राइवेसी खत्म हो जाती है। इसके बाद उन्हें अलग-अलग तरह से टारगेट किया जाता है।

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ClearFake से कैसे बचें

हमेशा आधिकारिक वेबसाइट से ही सॉफ्टवेयर डाउनलोड करें। किसी भी थर्ड पार्टी से सॉफ्टवेयर इंस्टॉल न करें। अपने सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट रखें। ऐसे मैसेज से सावधान रहें।

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