वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने 'ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट-2024' नाम से एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें आने वाले दो साल में दुनिया के लिए 10 सबसे बड़े खतरों के बारें में बताया गया है।
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट 2024 में 'मिसइंफॉर्मेशन' या 'डिस इंफॉर्मेशन' या फेक न्यूज को दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया गया है। आम लोग इसे 'वॉट्सऐप ज्ञान' से जोड़ते हैं।
फेक न्यूज या मिसइंफॉर्मेशन आजकल सोशल मीडिया खासकर वॉट्सऐप पर ज्यादा मिलती है। इस ऐप पर लोगों को सही फैक्चुअल जानकारी नहीं मिल पाती है, जो आने वाले समय में खतरा है।
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट 2024 में मिसइंफॉर्मेशन के बाद दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बाढ़-सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाओं को बताया गया है। अगले 10 सालों में 'जलवायु परिवर्तन' बड़ा खतरा है।
इस रिपोर्ट में समाज के अंदर ध्रुवीकरण को तीसरा और साइबर असुरक्षा को दुनिया के लिए सबसे बड़ा चौथा खतरा बताया गया है और इससे बचने को कहा गया है।
ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट 2024 में अलग-अलग देशों में युद्ध को पांचवा और लोगों के लिए आर्थिक अवसर में कमी को छठवां सबसे बड़ा खतरा बताया गया है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने 'ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट-2024' में महंगाई को 7वां और मजबूरी में पलायन को दुनिया के लिए आने वाले समय में 8वां सबसे बड़ा खतरा बताया है।
'ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट-2024' में आर्थिक मंदी को दुनिया के लिए 9वां सबसे बड़ा खतरा बताया है और 10वें खतरे के रूप में प्रदूषण को शामिल किया गया है।