यूरिन हो या पॉटी करने (Bowel Movement), हमारा शरीर नेचुरल साइकल फॉलो करता है। एक हेल्दी व्यक्ति दिन में 6-7 बार पेशाब (Urinate) और एक बार मलत्याग (Poop) करता है।
अगर दिन में एवरेज 7 बार टॉयलेट माने तो साल में 365 दिन के हिसाब से 2,555 बार, दिन में एवरेज 1 बार मलत्याग तो सालभर में 365 बार। इस तरह साल में टॉयलेट (2,555+ 365) 2920 बार जाते हैं
अगर मान लें कि एक इंसान की औसत उम्र 75 साल है तो एक साल में टॉयलेट 2,920 बार तो 75 साल यानी पूरी जिंदगी एक इंसान औसतन करीब 219,000 बार टॉयलेट जाता है।
अगर मान लें एक इंसान एक बार टॉयलेट में 5 मिनट लगाता है तो पूरी जिंदगी (219,000x5) 1,095,000 मिनट लगाता है। इसे साल में बदले तो 1.2 साल सिर्फ बाथरूम में बिताता है।
एक रिसर्च के मुताबिक, कुछ लोग स्मार्टफोन के साथ बाथरूम में जाकर कम से कम 15-20 मिनट तक समय बिताते हैं।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, जापान में सबसे एडवांस टॉयलेट्स हैं, जिनमें वॉशिंग, ड्राइंग, म्यूजिक और हीटिंग जैसी सुविधाएं होती हैं।
हर साल 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे (World Toilet Day) मनाया जाता है, ताकि लोगों को साफ-सफाई और स्वच्छता का महत्व बताया जा सके।
- ये आंकड़ा सिर्फ एक अनुमान है, परिस्थिति के अनुसार इसमें बदलाव संभव है।