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इंसानों की तरह कोबरा का ऑपरेशन

कर्नाटक के मंगलुरु में एक अनोखा ऑपरेशन हुआ है। यह ऑपरेशन किसी इंसान का नहीं, बल्कि सबसे जहरीले सांप कोबरा का था। जिसे डॉक्टर ने नई जिंदगी दी है।

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आखिरी सांसे गिन रहा था कोबरा

जिस कोबरा को देख किसी की भी सांस फूल जाए, वह खुद अपनी आखिरी सांसें गिन रहा था, लेकिन मंगलुरु के एक वेटनरी डॉक्टर ने सफल सर्जरी की और उसकी जान बचा ली है।

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प्लास्टिक का डिब्बा निगल गया था कोबरा

मंगलुरु में सलूमरदा थिमक्का पार्क के नजदीक कवलपदुर ग्राम पंचायत के उपाध्यक्ष वासंती के घर के पास एक कोबरा मिला। जो प्लास्टिक केन निगलने के बाद तड़प रहा था।

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तड़प रहा था घायल सांप

इस परिवार ने तीन दिन तक उस सांप की देखभाल की और फिर इसकी सूचना स्केन किरण को दी। स्नेक किरण ने जब सांप को देखा तो उसके सिर के नीचे चोट लगी थी और तड़प रहा था।

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किंग कोबरा का एक्स-रे

स्नेक किरण घायल सांप को लेकर मंगलुरु वेटनरी डॉक्टर यशस्वी नरवी के पास लेकर पहुंए। डॉक्टर ने सांप के पेट के बाद सूजन देखा तो उसका एक्स-रे करवाया।

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कोबरा सांप का सफल ऑपरेशन

डॉ. यशस्वी ने एक्स-रे में पाया कि सांप के पेट में प्लास्टिक का कोई सामान था। उन्होंने उसका ऑपरेशन किया और पेट के अंदर से चूने के प्लास्टिक के डिब्बे को निकाल दिया।

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सांप के पेट में कैसे पहुंचा प्लास्टिक का डिब्बा

डॉ. यशस्वी ने बताया कि यह कोबरा करीब 5 फीट लंबा था। इसकी उम्र शायद 10 साल होगी। अंडा निगलते समय हो सकता है चूने का डिब्बा निगल गया हो।

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15 दिन तक कोबरा का नर्सिंग देखभाल

किंग कोबरा की सफल सर्जरी के बाद 15 दिनों तक उसे नर्सिंग देखभाल के लिए रखा गया। अब उसे किसी तरह की समस्या नहीं है। वन विभाग ने उसे सही जगह छोड़ दिया है।

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