बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची इमारत है। इसकी ऊंचाई 828 मीटर है। 2004 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 2010 की शुरुआत में इसे खोला गया।
मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में स्थित मर्डेका की ऊंचाई 678.9 मीटर है। इसे 118 मीटर ऊंचाई तक खोला गया है। 2016 से इसका निर्माण चल रहा है।
चीन के शंघाई टॉवर की ऊंचाई 632 मीटर है। इसमें 128 मंजिल हैं। टॉवर के लिफ्ट की रफ्तार 74 किमी/घंटा है।
अब्राज अल-बैत क्लॉक टॉवर की ऊंचाई 601 मीटर है। सऊदी अरब के मक्का में बना यह विश्व स्तरीय होटल है। इसमें पांच मंजिला शॉपिंग मॉल है।
चीन के शेन्जेन के फुटियन में पिंग एन इंटरनेशनल फाइनेंस सेंटर स्थित है। इसकी ऊंचाई 599.1 मीटर है। इसमें 116 मंजिलें हैं। इसे 2009 से 2015 के बीच बनाया गया।
दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में बने लोटे वर्ल्ड टॉवर की ऊंचाई 554.5 मीटर है। यह कोरिया की बढ़ती आर्थिक ताकत का प्रतीक है।
अमेरिका के मैनहट्टन में बना वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर 541.3 मीटर ऊंचा है। इसका नाम 11 सितंबर, 2001 को पिछले वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए विनाशकारी हमलों की याद दिलाता है।
गुआंगजौ CTF फाइनेंस सेंटर 530 मीटर ऊंचा है। यह चीन में तीसरा सबसे ऊंचा टॉवर है। इसमें घर, शॉपिंग मॉल, ऑफिस, अपार्टमेंट और एक होटल भी है।
चीन में बने तियानजिन CTF फाइनेंस सेंटर की ऊंचाई 530 मीटर है। यहां ऑफिस, 300 लक्जरी सर्विस्ड अपार्टमेंट और एक पाँच सितारा 350 कमरों वाला होटल है।
CITIC टॉवर के नाम से भी जाना जाने वाला चाइना जून बीजिंग की सबसे ऊंची इमारत है। 527.7 मीटर ऊंची इस इमारत की डिजाइन प्राचीन चीनी शराब के बर्तन से प्रेरित है।