इजरायल-हमास में चल रहे युद्ध के बीच 22 इस्लामिक देशों के संगठन अरब लीग ने मिस्र की राजधानी काहिरा में एक बैठक की है।
अरब लीग की इस बैठक में सदस्य देशों ने इमरजेंसी सिचुएशन को देखते हुए बातचीत की। साथ ही गाजा में इजराइल द्वारा बिजली-पानी जैसी मूलभूत चीजों को रोकने पर नाराजगी जताई।
इसके साथ ही अरब लीग ने इजरायल से अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने और टू स्टेट थ्योरी पर फोकस करने के लिए कहा है।
अरब लीग के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने इजरायल से गाजा पट्टी को बिजली आपूर्ति और पानी में कटौती करने के फैसले पर एक बार फिर से विचार करने के लिए कहा है।
अरब लीग ने कहा मानवीय जरूरतों को गाजा में बैन करना बेहद निंदनीय है। इजराइल को फौरन भोजन, पानी और ईंधन जैसी जरूरी चीजों की बहाली करनी चाहिए।
बता दें कि इजराइल ने गाजा को पूरी तरह से घेरने के बाद अब वहां भोजन, पानी, बिजली और ईंधन की सप्लाई पूरी तरह रोक दी है। गाजा के अस्पतालों में सिर्फ कुछ घंटे की इमरजेंसी लाइट बची है।
गाजा के अल-शिफा अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज मोहम्मद घोनिम के मुताबिक, ऑक्सीजन समेत दूसरी दवाओं की आपूर्ति घटती जा रही है। इससे मरीजों को बचाना बेहद मुश्किल होगा।
बता दें कि अरब लीग की स्थापना 22 मार्च, 1945 को 6 देशों ने मिलकर की थी। इसमें लेबनान, लीबिया, मॉरिशियाना, मोरक्को, अल्जीरिया, बहरीन, मिस्र, इराक, जॉर्डन, कुवैत, ओमान हैं।
इसके अलावा अरब लीग में सूडान, ट्यूनीशिया, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सऊदी अरब, सोमालिया, यमन, सीरिया, फिलिस्तीन, जिबूती और कोमोरस हैं। सीरिया फिलहाल अरब लीग से बाहर है।