1987 में बना फिलिस्तीन का इस्लामिक चरमपंथी संगठन है। इजरायल, अमेरिका समेत कई देशों ने आतंकी संगठन माना है। 2007 से गाजा पट्टी पर दबदबा है। ईरान का सबसे ज्यादा समर्थन प्राप्त है।
छठी बार इजरायल के प्रधानमंत्री हैं। उन पर फिलिस्तीनी इलाकों में यहूदी बस्तियां बसाने का आरोप है। हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर चेतावनी दी इजरायल की कार्रवाई मिडिल ईस्ट को बदल देगी।
हमास की मिलिट्री विंग का चीफ, इजरायल हमले का मास्टरमाइंड ने इजरायल के खिलाफ 'ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म' की अगुवाई की। 1996 में बम धमाके 50 इजरायली लोगों की हत्या का जिम्मेदार।
हमास का मुखिया 2006 में फिलिस्तीन का प्रधानमंत्री बना। कई साल पहले गाजा पट्टी से भागकर कतर गया। इजरायल पर हमले से पहले कहा, 'हमारे लोगों पर हो रहे अत्याचारों को खत्म करेंगे।'
1989 से ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई पर हमास के समर्थन के आरोप हैं। दावा है कि हमास को सबसे ज्यादा फंडिंग ईरान से मिलती है। हालांकि, ईरान ने आरोपों को खारिज किया है।
1982 में ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने इस आतंकी संगठन को बनाया। इजरायल से जंग में हमास का साथ दे रहा। 2006 में भी इजरायल के साथ 35 दिन तक लड़ाई लड़ी, 158 इजरायली की मौत हुई थी।
इजरायल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच युद्ध विनाशकारी बन गया है। 7 अक्टूबर को शुरू हुई इस जंग में अब तक दोनों तरफ से हजारों लोग मारे गए हैं। कई इजराइली बंधक हैं।