फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास को इन दिनों अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर के क्रोध का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इसके बाद से युद्ध जारी है।
इजरायली एयरफोर्स हमास के ठिकानों को नष्ट करने के लिए अपाचे का इस्तेमाल कर रही है। भारी बमबारी करने की क्षमता और बचाव के बेहतर इंतजाम के चलते इसे उड़ने वाला टैंक कहा जाता है।
अपाचे हेलीकॉप्टर एक तरफ हमास पर कहर ढा रहा है तो दूसरी ओर यह भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान को कड़ा संदेश भी दे रहा है। भारतीय वायुसेना के पास भी यह हेलीकॉप्टर है।
भारत ने अमेरिकी कंपनी बोइंग से 22 अपाचे हेलीकॉप्टर (AH-64E) खरीदे हैं। इन्हें चीन और पाकिस्तान से लगी सीमा के पास तैनात किया गया है।
अपाचे भारी बमबारी के लिए बेहतर हथियार है। किसी जगह सटीक बमबारी करनी हो तो लड़ाकू विमान को बार-बार मुड़कर आना होता है। हेलीकॉप्टर हवा में मंडराते हुए लगातार गोलीबारी कर सकता है।
अपाचे के पास इस काम के लिए 30 एमएम का चेन गन है। इससे प्रति मिनट 600 से अधिक गोलियां फायर होती हैं। इसके साथ ही यह 16 हेलफायर मिसाइल भी लेकर उड़ता है।
दूसरे हेलीकॉप्टर को नष्ट करने के लिए अपाचे के पास हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल हैं। जमीन पर भारी तबाही मचाने के लिए यह 2.75 इंच मोटाई वाले 76 रॉकेट ले जाता है।
अपाचे को मोटे कवच से सुरक्षा दी गई है। इसके पास मिसाइल हमले से बचने की क्षमता भी है। इसे दुनिया के सबसे अधिक सुरक्षा फीचर वाले हेलीकॉप्टरों में गिना जाता है।
इजरायल के पास अपाचे हेलीकॉप्टर के दो स्क्वाड्रन हैं। दोनों अपाचे के कई मॉडल से लैस हैं। चार ब्लेड वाले इस अनोख हेलीकॉप्टर को दो इंजन से ताकत मिलती है।
अपाचे को दो पायलट उड़ाते हैं। मेन पायलट का काम हेलीकॉप्टर उड़ाना है। वहीं, को पायलट का काम हमला करना है। यह 279 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है।