ब्रिटेन में यहूदियों और इजराइल के खिलाफ भड़काऊ तकरीरें करने वाली 24 मस्जिदों के खिलाफ सरकार कड़ा एक्शन लेने जा रही है।
आरोप है कि इन मस्जिदों से यहूदियों को मिटाने की तकरीरें की जा रही हैं। इन सभी मस्जिदों को पाकिस्तानी मूल के लोग चला रहे हैं।
इन मस्जिदों से गैर-मुस्लिमों के खिलाफ फतवे भी जारी किए जा चुके हैं। ये सभी मस्जिदें इंग्लैंड की राजधानी लंदन के अलावा बर्मिंघम, लिवरपूल और मैनेचेस्टर में हैं।
बर्मिंघम स्थित मोहम्मदी मस्जिद के मौलवी ने कहा- मुसलमानों! मेरे पीछे एक यहूदी है, उसे खत्म कर दो। इसी तरह, लंदन की तौहीद मस्जिद के मौलवी ने हमास के हमले को सही बताया है।
वहीं, लिवरपूल स्थित एक मस्जिद के मौलाना ने कहा- अगर दुनिया के 3 अरब मुस्लिम इजराइल पर एक साथ हमला कर दें तो उसे नक्शे में ढूंढ पाना भी मुश्किल हो जाएगा।
फिलहाल इन सभी मस्जिदों की फंडिंग की भी जांच चल रही है। अगर इनसे जुड़े आरोपी दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें 14 साल की जेल हो सकती है।
कहा जा रहा है कि Gaza में इजराइल के हमलों के बाद से ही इन मस्जिदों में ऐसे मौलवी बुलाए जा रहे हैं, जो आए दिन यहूदियों और गैर-मुस्लिमों को खत्म करने की बात करते हैं।
बता दें कि 7 अक्टूबर को सबसे पहले आतंकी संगठन हमास ने इजराइल पर हमला करते हुए 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया। साथ ही इसमें 1300 इजराइली नागरिक मारे गए।
जवाब में इजराइल ने Gaza पर इतने बम बरसाए कि पिछले 10 महीनों में 40 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं, जबकि 90 हजार से ज्यादा घायल हैं। गाजा में 60% इमारतें मलबे में बदल चुकी हैं।