इजराइल के खिलाफ युद्ध लड़ रहे आतंकी संगठन हमास को ईरान के बाद अब एक और मुस्लिम देश मलेशिया का खुला समर्थन मिल गया है।
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने साफ कहा कि हम पश्चिमी देशों के दबाव में नहीं हैं और किसी भी सूरत में हम हमास की निंदा नहीं करेंगे।
इतना ही नहीं, मलेशिया के पीएम इब्राहिम ने कहा कि उनके हमास और फिलिस्तीनियों से रणनीतिक संबंध रहे हैं। फ्यूचर में भी हमास के साथ हमारा रिश्ता कायम रहेगा।
मलेशिया ने कहा कि हमास के बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने चुनाव में हिस्सा लिया और जीत भी दर्ज की है।
गाजा पट्टी के लोगों ने खुद हमास को लीडरशिप के लिए चुना है। ऐसे में हमास को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हम पश्चिमी देशों के रवैये से बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं।
इतना ही नहीं, मलेशिया के पीएम ने कहा- दोनों पक्षों को देखे बिना लोग सिर्फ इजराइल का सपोर्ट कर रहे हैं, जबकि फिलीस्तीन के लोगों के साथ जुल्म हो रहा है, इसकी चिंता किसी को नहीं है।
मलेशिया ने कहा कि फिलिस्तीनियों के मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है। लेकिन फिर भी ज्यादातर देश आंख मूंद कर इजरायल को समर्थन दे रहे हैं। ये फिलीस्तीनियों के साथ क्रूरता है।
बता दें कि मलेशिया शुरू से ही फिलीस्तीनियों के साथ रहा है। उसने कभी इजराइल का समर्थन नहीं किया। यहां तक कि इजरायल के साथ मलेशिया के राजनयिक रिश्ते भी नहीं हैं।
बता दें कि हमास-इजराइल जंग में दोनों तरफ से अब तक 4200 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 10 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं।