खालिस्तानी समर्थक जस्टिन ट्रुडो को कनाडा में अपनों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। लिबरल पार्टी के 24 सांसदों ने उन्हें पीएम पद से इस्तीफा देने को कहा है।
ट्रुडो की पार्टी के सांसदों ने PM को चुनाव से पहले हटाने की मांग की है। इसके लिए एक मांग पत्र साइन किया है, जिसमें पार्टी की हार का अंदेशा जताते हुए इस्तीफा देने की मांग की है।
लिबरल पार्टी के इन सांसदों का कहना है कि वो नहीं चाहते कि जस्टिन ट्रुडो चौथी पर कनाडा के पीएम पद की रेस में शामिल हों। 100 साल में कोई नेता कनाडा में चौथी बार इलेक्शन नहीं जीता है।
बता दें कि ट्रुडो की सहयोगी पार्टी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) ने सरकार से अपना सपोर्ट खींच लिया था। तब से वो बिना बहुमत के ही सरकार चला रहे हैं।
NDP के खालिस्तान समर्थक नेता जगमीत सिंह ने सितंबर, 2024 में कहा था- हम 2022 से लिबरल पार्टी के साथ थे, लेकिन अब इस समझौते को तोड़ते हुए उनसे अलग हो रहे हैं।
जगमीत सिंह के मुताबिक, ऐसा करने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि जस्टिन ट्रुडो की लिबरल पार्टी ने खुद को बिजनेसमैनों के आगे झुका दिया है।
NDP नेता जगमीत के मुताबिक, ट्रुडो ने देश की जनता को सिर्फ निराशा दी है। वो किसी सूरत में अब दूसरा मौका पाने के लायक नहीं हैं। इसलिए हम उनकी पार्टी के साथ हुए करार को तोड़ते हैं।
बता दें कि NDP जब तक ट्रुडो सरकार के साथ थी तो अपनी जरूरतों के हिसाब से नीतियां लागू करवाती थी। इसके अलावा किसी भी तरह के बिल पास कराने में सरकार को पूरा सपोर्ट करती थी।
जस्टिन ट्रुडो के सामने सरकार का संकट ऐसे वक्त में आया है, जब खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा और भारत के संबंध काफी हद तक बिगड़ चुके हैं।