इजराइल में कुछ दिनों पहले ईरान और हिजबुल्लाह की तरफ से हमले किए गए थे। पता चला है कि इसके पीछे खुद इजराइल के अपने ही लोगों ने दगाबाजी की।
इजराइल में रहकर दुश्मन ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में 7 इजराइली लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये सभी पिछले 2 साल से ईरान के लिए जासूसी कर रहे थे।
इजराइल में जासूसी के आरोप में पकड़े गए सभी लोग हाइफा या नॉर्थ इजराइल के हैं। खास बात ये है कि इनमें एक सैनिक भी शामिल है, जो कुछ साल पहले सेना छोड़ भाग गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी पैसे की लालच में ईरान तक खुफिया जानकारी पहुंचा रहे थे। सभी परमाणु हथियारों और दूसरे गोला-बारूद से जुड़े सीक्रेट ईरान को दे रहे थे।
इन जासूसों द्वारा शेयर की गई जानकारी के आधार पर ही ईरान-हिजबुल्लाह ने नेवातिम बेस, रमत डेविड एयरपोर्ट समेत तेल अवीव के कई खुफिया जगहों को निशाना बनाया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन जासूसों ने इजराइल के डिफेंस सिस्टम आयरन डोम, पोर्ट्स, एयरफोर्स, नेवी और हेडेरा पावर प्लांट जैसी जगहों की सीक्रेट जानकारी भी जुटाई थी।
इजराइली पुलिस का कहना है कि सभी आरोपी तुर्की के एक मीडिएटर के संपर्क में थे और उसी के जरिये सारी खुफिया जानकारी ईरान तक पहुंचा रहे थे।
इन जासूसों द्वारा शेयर की गई जानकारी से इजराइल की सुरक्षा पर गंभीर खतरा हो सकता है। ऐसे में अब इन सातों को सजा-ए-मौत देने की मांग उठ रही है।