भारत में विश्व की 17 percent आबादी होने के बावजूद, ग्लोबल कार्बन emissions में हमारी हिस्सेदारी only 4 percent से भी कम है।
भारत विश्व की उन कुछ economies में से एक है जो NDC टार्गेट्स को पूरा करने की राह पर है।
Emissions intensity टार्गेट्स को हमने 11 साल पहले तो Non-fossil fuel टार्गेट्स को हम निर्धारित समय से 9 साल पहले ही प्राप्त कर चुके हैं।
हमारा लक्ष्य 2030 तक emissions intensity को 45 परसेंट घटाना है। हम 2070 तक net zero के लक्ष्य की तरफ भी बढ़ते रहेंगे।
भारत ने अपनी जी-20 प्रेसिडेंसी में One Earth, One Family, One Future की भावना के साथ क्लाइमेट पर निरंतर महत्व दे रहा।
पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल लेवल पर Renewable Energy को तीन गुना करना तय कर लिया है।
भारत ने Alternate fuels के लिए Hydrogen के क्षेत्र को बढ़ावा दिया औऱ Global Biofuels Alliance भी लॉन्च किया।
इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी की स्टडी कहती है कि इस अप्रोच से हम 2030 तक प्रति वर्ष 2 बिलियन टन कार्बन एमिशन कम कर सकते हैं।
पीएम ने कहा कि पिछली शताब्दी की गलतियों को सुधारने के लिए हमारे पास बहुत ज्यादा समय नहीं है।
पीएम ने कहा कि संकल्प लेना होगा कि Adaptation, Mitigation, Climate finance, Technology, Loss and damage पर संतुलन बना आगे बढ़ें।
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