कोरोना का नया वैरिएंट JN.1 दुनियाभर में अपने पैर पसार रहा है। इसे लेकर अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) ने गंभीर चेतावनी दी है।
अमेरिका स्थित सीडीसी ने कहा है कि ये कोरोना का बेहद संक्रामक वैरिएंट है। अगर ये फैल गया तो अस्पतालों में पैर रखने तक की जगह नहीं मिलेगी।
सीडीसी ने कोविड और फ्लू के की वजह से होने वाले असर को लेकर मेडिकल सिस्टम पर पड़ने वाले भारी दबाव को लेकर भी जिंता जताई है।
CDC का कहना है कि कोविड के मरीजों की अस्पताल में भर्ती होने की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही एन्फ्लुएंजा वायरस भी फैल रहा है। आने वाले वक्त में हालात मुश्किल हो सकते हैं।
कोरोना का नया वेरिएंट जेएन.1 कोविड-19 की नई लहर की वजह बन सकता है। इसे BA.2.86 वैरिएंट की तरह ही माना जा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से भीड़ में मास्क पहनने के लिए कहा है। साथ ही बहुत जरूरी न हो तो भीड़ में जानें से बचें।
भारत में देश में JN.1 वैरिएंट के 21 केस अब तक सामने आ चुके हैं। इसके अलावा कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या भी बढ़कर 2669 हो गई है।
कोरोना के JN.1 वैरिएंट का पहला मरीज केरल में मिला था। कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मरीज बढ़ने के बाद कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में एडवाइजरी जारी की गई है।