हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह को शुक्रवार 4 अक्टूबर को सुपुर्दे-ए-खाक किया जाएगा।
हालांकि, हिजबुल्लाह पर इजराइल का खौफ इस कदर हावी है कि लोग अपने चहेते लीडर का मातम भी ठीक से नहीं मना पा रहे हैं।
हसन नसरल्लाह का जनाजा बेहद गुपचुप तरीके से निकाला जाएगा। दरअसल, हिजबुल्लाह को डर है कि इजरायल जनाजे को भी निशाना बना सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हसन नसरल्लाह को करबला में इमाम हुसैन की कब्र के बगल में दफनाया जा सकता है। ये जगह शिया मुस्लिमों के लिए खासतौर पर काफी मायने रखती है।
नसरल्लाह के जनाजे से पहले ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई तेहरान में जुमे की नमाज के बाद लोगों को संबोधित करेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, खामेनेई ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद में नमाज पढ़ेंगे। यहीं पर हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की याद में एक कार्यक्रम भी रखा गया है।
बता दें कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामनेई ने इससे पहले जनवरी 2020 में रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद जुमे की नमाज का नेतृत्व किया था।
बता दें कि 17 सितंबर को पेजर अटैक के बाद से इजराइली सेना के लेबनान में घुसने तक, वहां करीब 1300 लोग मारे जा चुके हैं।
7 अक्टूबर को शुरू हुई हमास-इजराइल की जंग को लगभग 1 साल हो चुका है। Gaza में अब तक 42000 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि एक लाख से ज्यादा घायल हैं।