हिजबुल्लाह ने इजराइल पर 10 महीने का सबसे बड़ा हमला बोला है। हिजबुल्ला ने गोलन हाइट्स के फुटबॉल मैदान पर रॉकेट दागे, जहां खेल रहे 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा घायल हैं।
हिजबुल्लाह के हमले में बचे लोगों का कहना है कि एक वॉर्निंग सायरन बजाया गया था, लेकिन सबकुछ इतना अचानक हुआ कि लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में मरने वालों में ज्यादा संख्या बच्चों की है। हिजबुल्ला ने पहले तो इस हमले की जिम्मेदारी ली, लेकिन बाद में खंडन कर दिया।
वहीं, इजराइल डिफेंस फोर्स ने कहा है कि ये हमला फलक-1 रॉकेट्स से किया गया, जिसका इस्तेमाल सिर्फ आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ही करता है।
इस हमले के बाद इजराइल ने साफ कहा है कि हम इसका ऐसा जवाब देंगे कि हिजबुल्ला कभी भूल नहीं पाएगा। अब हम हमास के साथ हिजबुल्ला के साथ भी जंग लड़ेंगे।
हमला ऐसे वक्त पर हुआ, जब इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका दौर पर थे। हालांकि, अब वो लौट आए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इजराइल किसी भी वक्त हिजबुल्ला को दहला सकता है।
इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट कह चुके हैं कि वो लेबनान को कभी भी पाषाण युग में भेज सकते हैं। वहीं, हिजबुल्ला का कहना है इजराइली सेना लेबनान तक पहुंची तो हम तबाही मचा देंगे।
बता दें कि गोलन हाइट्स वो क्षेत्र है, जिसे इजरायल ने 1967 में सिक्स डे वॉर में सीरिया से जीता था। कब्जे वाला इलाका माना जाता है। यहां 50,000 से ज्यादा लोग रहते हैं।