नेपाल की राजधानी काठमांडू में हुए प्लेन हादसे (Kathmandu Plane Crash) में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा अभी बढ़ सकता है। वहां 30 साल में 29 प्लेन हादसे हो चुके हैं
नेपाल में कई वजहों से उड़ान भरना काफी खतरनाक है। वहां की प्राकृतिक बनावट यानी पहाड़, पुअर रेगुलेशन और नए विमानों की कमी की वजह से आए दिन प्लेन हादसे होते रहते हैं।
नेपाल सिविल एविएशन अथॉरिटी की 2019 की सेफ्टी रिपोर्ट में बताया गया कि वहां दुनिया के 14 सबसे ऊंचे पहाड़ों में एवरेस्ट समेत 8 हैं। संकरी घाटियों में विमान टर्न कराना बड़ी चुनौती है।
पहाड़ों का मौसम तेजी से बदलता रहता है। जिसके कारण पायलटों को विमान नेविगेट करना मुश्किल हो जाता है। मौसम अचानक बदलने पर कुछ नहीं दिखना, बर्फबारी से रनवे जोखिम भरा हो जाता है।
बेहतर रडार तकनीक की कमी से नेपाल में पहाड़ी इलाकों, खराब मौसम में प्लेन ले जाने में मुश्किल होता है। पुराने विमानों में मॉडर्न वेदर रडार के अलावा ट्रेंड-प्रोफशनल स्टाफ भी नहीं है।
नेपाल एविएशन अथॉरिटी भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी है। 2019 में यूरोपीय एयरोस्पेस कंपनी एयरबस ने नेपाल एयरलाइंस कॉर्पोरेशन के लिए एयरबस A320 जेट डील के लिए 3 करोड़ की रिश्वत दी थी।
नेपाल के खराब एविएशन रिकॉर्ड के चलते यूरोपीय कमीशन ने नेपाली एयरलाइंस पर 28 देशों में उड़ान पर बैन लगा रखा है।